
जनपद डिंडोरी अंतर्गत ग्राम पंचायत रायपुर का मामला
डिंडौरी (संतोष सिंह राठौर)वैसे तो जिले भर में घटिया सामग्री उपयोग कर निर्माण कराए जाने के मामले आए दिन सामने आते ही रहते हैं फिर चाहे चेक डैम निर्माण हो, बिल्डिंग निर्माण हो या फिर चाहे सीसी रोड निर्माण हो या फिर पुलिया निर्माण हो पर उक्त मामलों पर उचित कार्रवाई का ना किया जाना ही उनके हौसले बुलंद किए हुए हैं अधिकांशत यह देखा जाता है कि किसी पंचायत में सचिव मास्टरमाइंड होता है तो कहीं सरपंच तो कहीं उपयंत्री ही अपने चहेते ठेकेदारों को पंचायत में अक्सर ठेके पर निर्माण कार्य करवाते हैं और अपनी जेब भरते हैं ऐसा ही मामला वर्तमान में जनपद डिंडौरी अंतर्गत ग्राम पंचायत रायपुर का सामने आया है जहां पर मिट्टी युक्त रेत एवं मिट्टी युक्त गिट्टी का मिक्सर कर पुलिया की ढलाई का कार्य कराया जा रहा है और तो और इन सब की जानकारी ग्राम पंचायत सचिव एवं उपयंत्री को भी है बावजूद इसके उनको इतनी फुर्सत नहीं की निर्माणाधीन पुलिया का निरीक्षण भी कर लिया जाए या हो सकता है उनकी सह पर ही इस तरह से घटिया स्तर की सामग्री का उपयोग कर पुलिया का निर्माण कार्य कराया जा रहा हो इससे भी इनकार नहीं किया जा सकता तभी तो उनके द्वारा ना ही कार्य पर रोक लगाई गई और ना ही किसी प्रकार की हिदायत दी गई ठेकेदार के द्वारा घटिया स्तर की सामग्री उपयोग कर धडल्ले के साथ पुलिया का निर्माण कार्य कराया जा रहा है
घटिया स्तर की सामग्री के साथ पुलिया की बाल में भरे जा रहे बोल्डर
वही ठेकेदार के द्वारा पुलिया निर्माण में घटिया स्तर की सामग्री का इस्तेमाल तो किया ही जा रहा है साथ ही पुलिया के बाल निर्माण में बोल्डर भी भर दिए जा रहे हैं जिसे स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है
उप यंत्री कमलेश धूमकेती की भूमिका भी संदेह के घेरे में
- जिला मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर रयपुरा पंचायत में ही इस तरह की घटिया निर्माण के कराए जाने के मामले को देखते हुए जबकि रयपुरा जिला मुख्यालय में निवासरत उप यंत्री कमलेश धूमकेती के कार्यक्षेत्र का सबसे निकटम पंचायत में से एक है बावजूद इसके इस मामले को संज्ञान में ना लिया जाना भी उनकी कार्य प्रणाली पर पर संदेह व्यक्त करता है