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बुडरूखी निवासी युवक पर 3 बर्ष के पुत्र और पत्नि को छोड नाबालिक लड़की से दूसरी शादी करने लगाए आरोप

पीड़िता ने लिखित शिकायत पत्र देकर एस पी से लगाई न्याय दिलाने की गुहार


सिटी कोतवाली अंतर्गत ग्राम बुडरुखी का मामला

डिंडौरी (संतोष सिंह राठौर)-जिला मुख्यालय से महज 14 कि. मी. दूर ग्राम बुडरुखी मे नाबालिक से विवाह करने का मामला सामने आया है और यह भी आरोप लगाया गया है की नाबालिक से विवाह के लिए उसके अधारकार्ड और समग्र आई डी मे जन्म तिथी के साथ छेड़ छाड करते हुए 15 वर्ष की जगह 22 वर्ष किया गया ।

यह है मामला

लिखित शिकायत पत्र के अनुसार हरीराम पिता कालु राम उम्र 28 वर्ष जाति राठौर निवासी ग्राम बुडरुखी का विवाह आज से 5 वर्ष पूर्व विमला बाई उम्र 26 वर्ष के साथ जाति रीति रिवाज के साथ हुआ था।और दोनो के संसर्ग से एक पुत्र अनिल उम्र 3 वर्ष भी है किन्तु सामान्य विवाद के चलते हरि राम व उसके परिवार के द्वारा गाली गलोच करते हुए मार पीट कर उसे भगा दिया गया ।जिसके बाद वह अपने मायके चली गई मायके पक्ष के द्वारा उसके पति हरि राम व उसके परिवार से समझौता कराने आये लोगो के सामने भी उसके ससुराल वालों ने आवेदिका को अपने परिवार मे शामिल करने से इंकार करते हुए गाली गलोच कर भगा दिया ।जिसकी शिकायत आवेदिका के द्वारा डिंडौरी कोतवाली मे की गई थी लेकिन कोई भी कार्यवाही ना होने से आवेदिका ओर उसके 3 वर्ष के बच्चे को मायके मे रहना पड़ रहा है ।

रचाया नाबालिक से विवाह

शिकायत पत्र के अनुसार हरि राम और उन के परिवार के द्वारा हरि राम की पहली पत्नि और तीन वर्ष के बच्चे के होते हुए भी दूसरी शादी एक नाबालिक लडकी से की गई है । जिसका नाम नंद रानी पिता चंद्र भान । उम्र 15 वर्ष निवासी ग्राम बिछिया से 30/08/2022 को घर लाकर चोरी छुपे करा दी गई ।
शिकायत पत्र के अनुसार नंद रानी की उम्र 15 वर्ष बताई गई है जिससे विवाह के चलते आधार कार्ड समग्र आई मे मिली भगत कर उम्र 22 वर्ष दर्शाया गया है । जब पहली पत्नि ने इस सच्चाई को सामने लाने की बात कही तो उसके साथ गाली गलोच करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई जिसकी शिकायत डिंडौरी कोतवाली में आवेदिका के द्वारा किया गया था ।किन्तु कोई भी कार्यवाही ना होने के कारण आवेदिका द्वारा पुलिस अधीक्षक डिंडौरी को 20/07/2023 को अपने पुत्र और पिता के साथ आकर लिखित पत्र के द्वारा न्याय की गुहार लगाई है साथ ही पहली पत्नि और बच्चे के होते हुए नाबालिक से विवाह और उम्र छिपाने के लिए दस्तावेज से छेड़ छाड करने पर कानूनी जांच कराते हुए उचित कार्यवाही की मांग की है।

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डीएसएस मध्यप्रदेश के पौधारोपण महाअभियान के 58 वाँ रविवार में सामिल हुए इंजिनियर

डिंडौरी/शहपुरा (संतोष सिंह राठौर):- धारा सरस्वति शैक्षणिक एवं समाज उत्थान समिति (डीएसएस मध्यप्रदेश) पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन करने के दिशा में लोगों को जागरूक करने का कार्य कर रही है।

पर्यावरण का संरक्षण अच्छे से हो सके और लोग जागरूक होवे इस आशय से समिति पौधारोपण महाअभियान चलाकर लगातार हर रविवार पौधारोपण कर रही है साथ ही विषेश अवसर जैसे जन्म दिवस, सालगिरह, पावन त्यौहार पर शुभ-जीवन मिशन चलाकर पौधारोपण कर रही है ।
जून का माह शुरुवाती बारिश के आगमन का समय होता है मौसम शरद-गरम सा होता है इस बीच पौधारोपण किया जाता है तो पौधे तेजी से वृध्दि करते है, यह समय पौधे लगाने का अनुकूल समय है ।

आज पौधारोपण महाअभियान के 58 वाँ रविवार में इंजिनियर देवेंद्र साहू ग्राम करौंदी में फलदार अमरूद के पौधे का रोपण किया गया ।

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वार्ड नंबर 3 के वार्ड वासियों को नहीं मिल पा रहा मूलभूत सुविधाओं का लाभ

स्वयं नाली की सफाई करने में मजबूर वार्डवासी

जिला मुख्यालय के वार्ड नंबर 3 मुलैया टोला का मामला

डिंडौरी( संतोष सिंह राठौर) वैसे तो जिला मुख्यालय में अनेक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं है फिर चाहे वार्डो में पीने की पानी की समस्या की बात हो या फिर रोड, नाली की सफाई या कचरा बनाने की सुविधा की बात हो इन दिनों देखा जा रहा है कि नगर परिषद डिंडौरी स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने भरसक प्रयास रत है पर धरातल में देखा जाए तो सच्चाई कुछ और ही है आज भी जिला मुख्यालय की ऐसे वार्ड (मोहल्ला) है जहां ना ही नाली की सफाई हो पा रही है और ना ही कचरा वाहन को मोहल्ले से कचरा बटोरने भेजा जा रहा है ऐसे में वार्ड वासी मजबूरन घर में ही कचरा एकत्रित कर बाहर खुले में कचरा डालने मजबूर है ऐसा ही मामला वार्ड क्रमांक 3 मुलैया टोला का सामने आया है जब वार्ड में निवासरत वार्ड वासी एन एस परस्ते एवं उनके पुत्र के द्वारा नाली की सफाई करते देखा गया और जब इस विषय पर उनसे जानकारी चाही गई तो उनके द्वारा जानकारी में बताया गया कि मोहल्ले में नाली की सफाई नहीं की जा रही है जिससे नाली भर पड़ गया है जिसमें घर के निस्तारण की पानी का जमावड़ा हो गया है जिसका परिणाम यह है कि नाली से दुर्गंध तो आती ही है साथ ही वहां अत्याधिक मात्रा में मच्छर भी पनप रहे है जब उनसे पूछा गया कि नाली की सफाई कराए जाने के लिए उनके द्वारा वार्ड पार्षद से बात किया गया है या नहीं तो उनके द्वारा बतलाया गया कि उनके घर में शादी थी इसके पहले नाली की सफाई कराए जाने को लेकर वार्ड पार्षद से बात किया गया था पर आज लगभग 1 माह बीत जाने के बाद भी नाली की सफाई कराए जाने कोई पहल नहीं किया गया जिससे मजबूरन वे खुद ही नाली की सफाई करने लग गए अधिकांशतःयह देखा जाता है कि नगर परिषद के अधिकारी कर्मचारी के साथ-साथ निर्वाचित जनप्रतिनिधि छोटे-छोटे कामों को संचालित कर फोटो खींचाते हुए वाहवाही लूटते नजर आते हैं पर उनको इन वार्डवासियों की समस्या क्यों नजर नहीं आती या वे इन सब में पढ़ना ही नहीं चाहते यह समझ से परे है वार्ड क्रमांक 3 मुलैया टोला के वार्ड वासियों ने वार्ड में नाली की सफाई कराए जाने एवं वार्डों में नियमित कचरा वाहन भेजे जाने की मांग की है ताकि उनका मोहल्ला भी स्वच्छता की ओर अग्रसर हो सके

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शासकीय स्नातक महाविद्यालय शहपुरा के छात्रों ने किया शैक्षणिक भ्रमण

डिंडौरी /शहपुरा:- इतिहास विभाग एवं अर्थशास्त्र विभाग के तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों द्वारा कुकर्रामठ ऐतिहासिक स्थल, जो दसवीं से ग्यारवीं शताब्दी का है का भ्रमण किया गया। इस मंदिर के बारे में विस्तृत जानकारी इतिहास विभाग से डॉ स्मिता के द्वारा दी गई, जिससे विद्यार्थियों को भौतिक रूप से अध्ययन करने का अवसर प्राप्त हुआ। इसमें इतिहास विभाग के 21 विद्यार्थियों ने भाग लिया। अर्थशास्त्र विभाग के विद्यार्थियों ने सरवाही गांव, जो हथकरघा हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है का भ्रमण किया । हथकरघा कुटीर उद्योग जिसकी मांग पुरी दुनिया में है और इसे कैसे बढ़ावा दिया जाए इस विषय में विस्तृत जानकारी प्रोफेसर कविता धुर्वे के द्वारा दी गई। इसमें अर्थशास्त्र विभाग के 19 विद्यार्थियों ने भाग लिया। साथ ही पाटनगढ़ का भी भ्रमण किया गया जो गोंडी चित्रकला के लिए प्रसिद्ध है। इस शैक्षणिक भ्रमण में भूगोल विभाग से डॉ एल. पी. अहिरवार भी शामिल रहे।इतिहास विभाग एवं अर्थशास्त्र विभाग के तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों द्वारा कुकर्रामठ ऐतिहासिक स्थल, जो दसवीं से ग्यारवीं शताब्दी का है का भ्रमण किया गया। इस मंदिर के बारे में विस्तृत जानकारी इतिहास विभाग से डॉ स्मिता के द्वारा दी गई, जिससे विद्यार्थियों को भौतिक रूप से अध्ययन करने का अवसर प्राप्त हुआ। इसमें इतिहास विभाग के 21 विद्यार्थियों ने भाग लिया। अर्थशास्त्र विभाग के विद्यार्थियों ने सरवाही गांव, जो हथकरघा हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है का भ्रमण किया । हथकरघा कुटीर उद्योग जिसकी मांग पुरी दुनिया में है और इसे कैसे बढ़ावा दिया जाए इस विषय में विस्तृत जानकारी प्रोफेसर कविता धुर्वे के द्वारा दी गई। इसमें अर्थशास्त्र विभाग के 19 विद्यार्थियों ने भाग लिया। साथ ही पाटनगढ़ का भी भ्रमण किया गया जो गोंडी चित्रकला के लिए प्रसिद्ध है। इस शैक्षणिक भ्रमण में भूगोल विभाग से डॉ एल. पी. अहिरवार भी शामिल रहे।

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महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर ऋण मुक्तेश्वर मंदिर कुकर्रामठ में लगी श्रद्धालुओं की भीड़

संतोष सिंह राठौर (संपादक )राष्ट्र की बुलंद आवाज़

 

भगवान शिव का जलाभिषेक करने लगी लगभग 100 मीटर की लंबी कतार

महाशिवरात्रि का पर्व जिले में बड़ी धूमधाम से मनाया गया जिले भर के शिवालयों में भगवान शिव का जलाभिषेक करने हजारों की संख्या में श्रद्धालु नजर आए बड़े ही विधि विधान के साथ भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूजन किया गया शिव भक्तों ने कहीं जल अभिषेक किया तो कहीं दूध से, भगवान शिव की पूजन के अनेक विधि बताए गए हैं जिसकी जैसी मन्नत वैसा ही चढ़ावा भगवान भोलेनाथ को चढ़ाकर आराधना किया गया इस विषय में कहा जाता है कि अगर किसी को अच्छी संतति की चाह है तो वह गेहूं की बाली चढ़ाते हैं और जिसे अच्छी स्वास्थ्य की कामना है तो वो शहद चढ़ाते हैं इसी तरह भस्म से अभिषेक दही चढ़ाना चावल चढ़ाना धतूरा का फूल चढ़ाना बेलपत्र चढ़ाना आदि विधि से भगवान शिव की पूजा करने से मन्नत पूरा हो जाता है कहा जाता है कि महाशिवरात्रि को भगवान शिव एवं माता पार्वती की शादी हुई थी इसलिए महाशिवरात्रि को रात्रि जागरण का विशेष महत्व बताया गया है महाशिवरात्रि सनातन धर्म का महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है इस पर यह भी कहा जाता है कि समुद्र मंथन के समय जब विष निकला था और उस विष के प्रभाव से ब्रह्मांड भर में हाहाकार मच गया था तब भगवान शिव ने उसको पान कर लिया था और जब उस विष के प्रभाव से भगवान शिव का चित्र टूट रहा था तब वैद्य के द्वारा देवताओं को रात्रि जागरण कर भगवान शिव का ध्यान रखने की बात कही गई थी तब देवताओं ने भी भगवान शिव का रात्रि भर जागरण कर ध्यान रखा था जब भगवान भोलेनाथ की समाधी टूटी तब उन्हें देवताओं को देख प्रसन्न हुई और देवताओं को आशीर्वाद प्रदान किया तब से महाशिवरात्रि जागरण का विशेष महत्व बताया गया है बताया जाता है कि महाशिवरात्रि में रात्रि जागरण करने से भगवान शिव अत्यधिक प्रसन्न होते हैं

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