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ग्राम पंचायत सिमरिया में धड़ल्ले से फर्जी बिलों के जरिए शासन की राशि का किया जा रहा बंदरबाट

सरपंच सचिव के द्वारा 15 वें 14वें एवं 5वें वित्त की राशि का बेखौफ किया जा रहा दुरुपयोग

धुंधले बिलों की छाया प्रति लगा शासन के निर्देशों को दे रहे चुनौती

जनपद डिंडौरी अंतर्गत ग्राम पंचायत सिमरिया का मामला

ड़िंड़ौरी(संतोष सिंह राठौर) वैसे तो सभी ग्राम पंचायतों में सरपंच सचिव के मनमानी किए जाने के मामले आए दिन सामने आते ही रहते हैं पर ग्राम पंचायत सिमरिया में सरपंच सचिव अलग ही अंदाज में नजर आ रहे हैं आपको बता दे की ग्राम पंचायत सिमरिया में महिला सरपंच गीताबाई रौतिया है जो सरपंच तो है पर बस नाम के लिए क्योंकि सरपंच का पूरा कारभार उनके सुपुत्र सुनील रोतिया संभाले हुए हैं जो की नव युवा है जिन्हें ना ही कार्य करने की समझ है और ना ही विभिन्न योजनाओं के तहत कार्य करने के लिए राशि खर्च एवं कार्य किए जाने की जानकारी भी नहीं है, ऐसे में पंचायत सचिव राममिलन परमार एवं सरपंच पुत्र सुनील रौतिया मिलकर इस कदर फर्जीवाड़ा किए हुए हैं कि अगर निष्पक्ष जांच की जाए तो बड़ा खुलासा हो सकता है यह हम नहीं कह रहे हैं पंचायत दर्पण में अपलोड धुंधले बिल एवं साफ बिल के जरिए आप खुद ही समझ सकते हैं हाल ही में ग्राम पंचायत सिमरिया के पोषक ग्राम बड़ी बिछिया है जिसके टेढिया टोला में निर्मित सीसी रोड़ एवं जगह-जगह बने चौपाल में लगे बिल से एवं वहां पर हुए कार्यों से स्पष्ट हो जाता है टेढिया के सीसी रोड निर्माण में गुणवत्ताहीन गिट्टी का उपयोग तो हुआ ही है साथ ही गिट्टी में डस्ट भी मिलाया गया है जिसे फोटो एवं वीडियो में स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है और निर्माण के दौरान ढलाई के पूर्व सीसी रोड निर्माण में बोल्डर डाले गए हैं ताकि मटेरियल बचाए जा सके जिसे भी स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है इस तरह से गुणवत्ताहीन सीसी रोड का निर्माण कर शासन की राशि का दुरुपयोग किया गया है । जिसका परिणाम यह होगा की सीसी रोड कम समय में ही क्षतिग्रस्त हो जाएगा ऐसे ही ग्राम पंचायत में चौपाल बनाए गए हैं जहां देखा जाए तो चार कलम एवं चारों तरफ ईंट से 3 फीट ऊंची दीवार खड़ी कर बीच में मुरूम एवं बोल्डर डालकर ऊपर से 4 इंच की ढलाई कर दी गई है जिसमें लगभग 70000 की राशि की जगह 15000 की राशि खर्च हुई होगी साथ ही जहां 1.3 लाख की राशि से चौपाल निर्माण कराए गए हैं वहां पर अधिकतम 35 से 40000 ही खर्च हुए होंगे इस तरह से लगातार निर्माण कार्यों में गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य करते हुए शासन को लाखों रुपए का चूना लगाया गया है जबकि देखा जाए तो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हितग्राहियों को पक्का भवन निर्माण के लिए 1,20,000 की राशि ही प्रदान की जा रही है पर ऐसा क्या है कि जो कार्य 10 से 15000 में कराया जा सकता है उसका 70000 का भुगतान किया जाता है तो वही जो कार्य लगभग 35 से 40000 में किया जा सकता है उसके लिए 1,30,000 की राशि खर्च किए जा रहे हैं देखा जाए तो यह शासन की राशि का दुरुपयोग ही है

धुंधले बिलों के जरिए भ्रष्टाचार छुपाने की जा रही कोशिश

शासन प्रशासन के द्वारा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाए जाने पारदर्शिता के लिए हर कार्य ऑनलाइन किए जाने के साथ-साथ बिल की छाया प्रति संलग्न किए जाने के निर्देश दिए गए हैं पर ग्राम पंचायत सिमरिया के सरपंच सचिव के द्वारा अपने करनामें छुपाने के लिए धुंधले बिल की छाया प्रति पोर्टल में अपलोड की जाती है

शासन की पारदर्शिता के निर्देशों को दे रहे चुनौती

ग्राम पंचायत सिमरिया के द्वारा बिल कराए जाते हैं जिन पर बिल के माध्यम से भुगतान तो किए जाते हैं पर शासन की दिशा निर्देश के अनुसार बिल को अपलोड नहीं किया जाता है जो की शासन के पारदर्शिता संबंधित निर्देश को चुनौती देना ही कहलाता है

अपने ग्राम पंचायत की जगह अन्य ग्राम पंचायत का बिल किया जा रहा अपलोड

ग्राम पंचायत सिमरिया के सरपंच सचिव के द्वारा शासन के निर्देशानुसार पोर्टल में बिल का अपलोड तो किया जाता है पर अपने ग्राम पंचायत एवं संबंधित बिल के अलावा अन्य ग्राम पंचायत का बिल अपलोड कर दिया जाता है

सचिव एवं सरपंच पुत्र ग्राम विकास में रोड़ा

देखा जाए तो ग्राम पंचायत ग्राम विकास के लिए ही बनाया गया है जोअपने आप में एक बहुत बड़ा तंत्र है जिसके माध्यम से ग्राम में निवासरत ग्रामीणों का सर्वांगीण विकास किया जाना सुनिश्चित किया गया है पर ग्राम पंचायत सिमरिया इसके विपरीत नजर आ रहा है जिसके अनेक उदाहरण दिए जा सकते हैं अगर ग्राम पंचायत सिमरिया में चल रहे कार्यों एवं किए गए कार्यों एवं उन कार्यों में खर्च किए गए राशियों का जांच किया जाए तो वह भी स्पष्ट तौर पर नजर आएगा ।

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