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मीडिया के दखल के बाद जांच टीम ने जांच तो की पर जांच प्रतिवेदन में की जा रही देरी

जांच अधिकारियों को नहीं अपने उच्च अधिकारियों का खौफ समय सीमा का नहीं रख रहे ध्यान

उच्च अधिकारी भी जांच प्रतिवेदन के संबंध में अनजान फिर जिम्मेदार जांच अधिकारी क्यों ना हो बेखौफ

जनपद पंचायत डिंडौरी के ग्राम पंचायत मडियारास का मामला

डिंडौरी (संतोष सिंह राठौर) जनपद पंचायत डिंडौरी के ग्राम पंचायत मडियारास में 7 /2/ 2025 को ग्राम पंचायत मडियारास के ग्रामीणों के द्वारा ग्राम पंचायत मडियारास में भ्रष्टाचार को लेकर नौ बिंदुओं पर जांच कराए जाने कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत को शिकायत पत्र के माध्यम से मांग की गई थी । जिसको संज्ञान में लेते हुए सीईओ जिला पंचायत अनिल कुमार राठौर जी के द्वारा तीन सदस्यीय अधिकारियों की जिला स्तरीय जांच टीम 25/ 1/ 2025 को गठित की गई थी। जांच अधिकारी विजेंद्र सरिवान एसडीओ जनपद पंचायत डिंडौरी, भोजराज परस्ते ए पीओ जनपद पंचायत डिंडौरी ,दीपक पांडे ब्लॉक समन्वयक प्रधानमंत्री आवास जनपद पंचायत डिंडौरी को सात दिवस के अंदर जांच प्रतिवेदन जिला पंचायत में प्रस्तुत करने आदेशित किया गया था ।पर 8 दिन बीत जाने के बाद भी जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने की बात तो क्या ग्राम पंचायत मडियारास में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच करने भी टीम नहीं पहुंच सकी, जिसको राष्ट्रीय हिंदी मेल समाचार पत्र ने प्रमुखता से उठाया था तब जांच टीम 3/2/ 2025 को ग्राम पंचायत मडियारास में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच करने पहुंची, जिनके द्वारा संपूर्ण जांच करते हुए ग्राम पंचायत कर्मियों को 5 /2 /2025 को फाइल उपस्थित करने एवं तत्पश्चात जांच प्रतिवेदन बनाए जाने की बात कही गई थी पर आज 10 दिन बीत जाने के बाद भी जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किया गया।

आखिर जांच अधिकारियों को क्यों हो रही समस्या

अब सवाल यह उठता है कि जब 3/2/ 2025 को शिकायतकर्ता एवं पंचायत बाड़ी के समक्ष नौ बिंदुओं पर जांच की गई और मौके पर शिकायत भी सही पाए गए और 5/2/ 2025 को पंचायत से फाइल भी बुला लिया गया तब जांच रिपोर्ट बनाने में समस्या क्यों हो रही।

जिम्मेदार जांच अधिकारियों को अपने उच्च अधिकारियों का नहीं खौफ

ग्राम पंचायत मडियारास के ग्रामीणों के द्वारा 7/ 1/2025 को 9 बिंदुओं पर शिकायत पत्र के माध्यम से ग्राम पंचायत विभाग सरकार की जांच कराए जाने मांग की गई थी जिस पर सीईओ जिला पंचायत के द्वारा 5 2/2/2025 को जांच टीम गठित कर साथ दिवस के अंदर जांच प्रतिवेदन जिला पंचायत में प्रस्तुत करने आदेश किया गया था पर आठ दिन बीत जाने के बाद भी जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने की बात तो दूर भ्रष्टाचार की जांच करने जांच टीम मडियारास तक नहीं पहुंची इससे स्पष्ट होता है कि जांच करता अधिकारियों को अपने उच्च अधिकारियों का कितना भय है।

मीडिया के दखल के बाद जांच तो हुई पर जांच प्रतिवेदन में हो रही देरी

गौरतलब है कि जांच करता अधिकारियों के द्वारा मामले की जांच मौका स्थल पर कर लिया गया और पंचायत से एवं शिकायतकर्ता से फाइल भी ले ली गई पर जांच दिनांक से आज तक 10 दिन बीत जाने के बाद भी जांच प्रतिवेदन देने में देरी क्यों हो रही है।

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