निर्माण तो दूर मटेरियल भी नहीं गिरा और निकाली लाखों की राशि
जब फर्जी बिलों के जरिए निकाले जा रहे लाखों की राशि, तो कैसे हो ग्रामों का विकास

जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही करने में कर रहे हैं परहेज , फिर कैसे लगे फर्जी बिलों के जरिए भुगतान पर अंकुश
जनपद डिंडौरी के ग्राम पंचायत चटुआ का मामला
डिंडौरी( संतोष सिंह राठौर) जिले भर के ग्राम पंचायतों से फर्जी बिलों के जरिए राशि भुगतान किए जाने के मामले आज दिन सामने आते ही रहते हैं जिन्हें लगातार समाचार पत्रों में भी प्रकाशित की जाती है पर जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही करना तो दूर उनके बचाव में ही खड़े नजर आते हैं जिसका परिणाम यह होता है कि जिलेभर के ग्राम पंचायत में सरपंच/ सचिव के द्वारा फर्जी बिलों के जरिए लाखों की राशि का भुगतान अपने चहेते सप्लायरों को कर, लगातार शासन को लाखों का चूना लगाया जा रहा है और लगाएं भी क्यों ना क्योंकि जिन अधिकारियों को योजना संचालित करने की जिम्मेदारी दी गई है वे स्वयं ही उनको सह देते नजर आ रहे । ऐसा ही मामला हाल ही में जनपद पंचायत डिंडौरी के ग्राम पंचायत चटुआ का सामने आया है जहां प्राथमिक शाला में प्लेग्राउंड समतरीकरण एवं बाउंड्री वॉल का निर्माण कराए जाने के नाम पर लगभग चार लाख की राशि का आहरण कर लिया गया है पर मौके पर निर्माण तो दो दूर मटेरियल भी नहीं डाला गया है और ना ही मौके पर कोई कार्य कराए गए हैं यह हम नहीं कह रहे बल्कि फर्जी बिल के जरिए निकली गई राशि एवं मौका निरीक्षण के बाद आप स्वत: ही समझ सकते हैं
निर्माण तो क्या मटेरियल भी नहीं उपलब्ध
ग्रामीणों ने जानकारी में बताया है कि प्राथमिक शाला पर बाउंड्री वॉल का निर्माण कराया जाना था पर आज तक वहां पर कार्य शुरू नहीं कराया जा सका जबकि 21/7/2024को165000 की राशि,26/7/2024 को 148000 की राशि,27/7/2024 को27499 की राशि तो वहीं 5/10/2024को 65000 की राशि का आहरण कर लिया गया
बिना खरीदी फर्जी बिल के जरिए निकाल ली लाखों की राशि
ग्राम पंचायत चटुआ के ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच एवं सचिव के द्वारा फर्जी बिल लगा मनमानी तौर पर बाउंड्री वॉल निर्माण के नाम पर बिना मटेरियल खरीदी किए ही लगभग 4लाख की राशि का आहरण कर लिया गया है अब सवाल यह उठता है कि जब बाउंड्री वॉल निर्माण कार्य शुरू ही नहीं हुआ और मटेरियल की खरीदी भी नहीं हुआ तो बिल भुगतान कैसे कर दिया गया।
जिम्मेदार अधिकारियों की सुस्त रवैए से चल रहा धड़ल्ले से फर्जी बिल भुगतान
उच्च अधिकारियों को योजना संचालित करने की जिम्मेदारी दी गई है ताकि शासन की योजनाओं का सफल संचालन हो सकें, और शासन की राशि का दुरुपयोग ना हो पर देखने में यह आ रहा है कि जिन जिम्मेदार अधिकारियों को योजना संचालित करने की जिम्मेदारी दी गई है उन अधिकारियों के द्वारा ही, फर्जी बिल के जरिए राशि आहरण करने वालों को संरक्षण दिया जाता है जिसका परिणाम यह हो रहा है कि फर्जी बिल लगा राशि आहरण किए जाने की संख्या बढ़ती जा रही है।
इनका कहना है
यहां अभी तक कोई भी कार्य नहीं किया गया है ना खेल मैदान का और ना ही बाउंड्री वॉल का।
राम सुजान चन्देल
प्रधान शिक्षक प्राथमिक शाला
चटुआ
आपके माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई है कि प्राथमिक विद्यालय चटुआ में खेल मैदान एवं बाउंड्री वॉल का निर्माण नहीं कराया गया है और राशि निकाल ली गई है, यह जांच का विषय है निर्माण एजेंसी कौन है अगर निर्माण एजेंसी पंचायत है तो जांच उपरांत नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
निखिलेश कटारे
सी ई ओ जनपद पंचायत
डिंडौरी