हजारों एकड जमीन बिना पानी खाली आ रहा नजर,बिलगड़ा परियोजना का कार्य दिख रहा बेअसर
भारतीय किसान संघ ने किया केनाल का निरीक्षण, विभाग पर लगाए लापरवाही बरतने आरोप

केनाल पर पानी की जगह मलबा एवं खरपतवार आ रहे नजर
ड़िंड़ौरी जिले के सबसे बड़े परियोजना बिलगड़ा बांध परियोजना शहपुरा का मामला
ड़िंड़ौरी/शहपुरा:- वैसे तो किसान खेती में लगे ही रहते हैं फिर चाहे फसल की खेती हो या फिर सब्जी की,इन दिनों किसान धान, कोदो, कुटकी की गहाई के बाद गेहूं की बुबाई की तैयारी में है।
रबि फसल के लिए मुख्य रूप से किसानों को पानी की जरुरत होती है कुछ किसानों के खेतों में बोरबेल है तो कुछ किसान बांध के भरोसे ही फसल लगाते है ।
विकासखंड शहपुरा जिला डिंडौरी में जिला की सबसे बड़ी बांध बिलगड़ा बांध है जिसका एक मात्र उद्देश्य 43 गांवों के किसानों को केनाल के माध्यम से पानी देना है किन्तु जल संसाधन विभाग शहपुरा के लापरवाही से किसानों के खेतों तक पानी नही पहुंचा पा रही है ।
ज्ञात हो की किसानों को पानी, बिजली, खाद, बीज समय पर व पर्याप्त मात्रा में मिले इसलिए भारतीय किसान संघ डिंडौरी के जिलाध्यक्ष बिहारी लाल साहू के नेतृत्व में सातों विकासखंड में सभी विभागों के साथ समन्वय बैठक भी किया है जिसमें जल संसाधन विभाग के अधिकारी बैठक में रुची न दिखाते हुए उपस्थित नहीं हुए।
वास्तविकता का पता तब चला जब भारतीय किसान संघ जिलाध्यक्ष बिहारी लाल साहू के नेतृत्व में विकासखंड शहपुरा अंतर्गत ग्राम भीमडोंगरी एवं मरवारी के बीच निर्मित केनाल का निरिक्षण किया गया तो देखा गया की केनाल टूटी-फूटी है साथ ही केनाल की साफ सफाई नही हुई है जिसके कारण किसानों के खेतों तक पानी नही पहुँच पा रही है ।
पानी न मिलने से यहां लगभग हजारों एकड जमीन खाली पडी है और किसान रबि की फसल नही ले पा रहे है जबकि जल संसाधन विभाग केनाल के मरम्मतीकरण एवं साफ सफाई के नाम पर लाखों रुपए खर्च कर रहा है पर वास्तविकता तो कुछ और नजर आ रही है ।
केनाल निरिक्षण के समय भारतीय किसान संघ जिलाध्यक्ष बिहारी लाल साहू, जिलामंत्री एडवोकेट निर्मल कुमार साहू, जिला सह-मीडिया प्रभारी शारदा नामदेव, तहसील शहपुरा अध्यक्ष प्रमोद कुमार मौर्य उपस्थित रहे है