
डिंडौरी जिले के खनिज विभाग एवं रेत खदान ठेकेदार की मिलीभगत का मामला
ड़िंड़ौरी(संतोष सिंह राठौर)डिंडौरी जिले में रेत के अवैध कारोबार से जुड़े कारनामे मीडिया द्वारा समय समय पर जिला प्रशासन सहित राज्य के मुखिया के संज्ञान में लाया गया, लेकिन विभाग द्वारा वाजिब कार्यवाही के नाम पर महज राज्य सरकार के द्वारा दिए गये लक्ष्य कि पूर्ती तक ही सीमित रह गई। नतीजा यह हुआ की रेत कारोबारी के गुर्गो ने इसका भरपूर फायदा उठाया और जमकर पवित्र नर्मदा की सहायक नदी बुढ़नेर का सीना छलनी कर पीले सोने से मलाई पीटी। आलम यह रहा कि बुढ़नेर के प्रवाह को रोक कर लम्बे लम्बे रेम्प बना दिए गये, जे सी बी और पोकलेन मशीने उतारी गई और तय सीमाक्षेत्र से बाहर स्वीकृत खदानो के बाहर जहाँ – तहाँ से अवैध रेत एकत्रित कि गई । और यह तमाम जानकारी खनिज अमले को भी बखूबी रहा ,लेकिन कार्यवाही का डंडा वहां चला जहाँ ठेकेदार के गुर्गे ने इशारा किया। क्यों ? बहरहाल आज हम आपको ठेकेदार के कर्मियों कि ऐसी करतूत से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसमे विभागीय मिलीभगत को नजर अंदाज नही किया जा सकता।
क़ानून के ख़ौफ़ से बेखौफ कर्मचारी
दरअसल पूरा मामला रविवार रात 11 बजे के करीब भानपुर के पास लखनपुर गांव के पास का है, जहाँ लखनपुर नाके पर चालक हरिओम धुर्वे निवासी लाखों को 7 से 8 युवाओं द्वारा रोका गया और फिर गुंडागर्दी कर चालक से डम्पर क्रमांक एम पी 52 जी ए 0817 कि चाबी झीना झपटी कर अपने कब्जे मे ले लिया गया और मोबाइल भी छीन लिया गया । यह तो बेहतर था कि चालक ने सूझबूझ से काम किया अन्यथा रात के सन्नाटे में बड़ी वारदात भी घटित हो सकती थी। जबकि इस दरमियान डंपर चालक के पास रेत और डम्पर के पर्याप्त दास्तावेज थे, लेकिन ठेकेदार के गुर्गों के आगे नियम – कायदे धरे के धरे रह गये।
क्या 100 डायल ने दिया दखल ?
चालक हरिओम ने मीडिया से सीधी बातचीत में बताया कि डंपर वाहन को जब थाना समनापुर लाया जा रहा था तो 100 डायल पीछे पीछे चल रही थी, और लगभग 20 किलोमीटर बाद ग्राम झांकी के पास ठेकेदार का मैनेजर और एक अन्य गुर्गा डम्पर को रोकता है और फिर एक चार पहिया वाहन में डम्पर के आगे मैनेजर और डंपर के पीछे ठेकेदार का अन्य गुर्गा डंपर को बैकअप देता है, और पीछे – पीछे 100 डायल, ऐसा क्यों..? जबकि ठेकेदार के कर्मियों ने डंपर रोका और ड्राइवर से जोर जबरजस्ती कर चाबी और मोबाइल छीना। और फिर थाना समनापुर में जब डम्पर को पुलिस अभिरक्षा में खड़ा किया गया तब ठेकेदार का यह मैनेजर अपने पूरे रौब में था।
प्रशासनिक महकमे के संज्ञान में मामला
डंपर मालिक नितेश दुबे ने बताया कि जब उसका ड्राइवर उक्त मार्ग से रेत लेकर आ रहा था तो यह सारी जानकारी ड्राइवर के मार्फ़त उसे मिली, जिसके बाद डम्पर मालिक ने रॉयल्टी कि समयावधि समाप्त ना होने पाए और अन्य दास्तावेज पूरे होने के चलते प्रसाशनिक महकमे से जुड़ें अन्य अधिकारीयों से उनके सोसल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रेषित कि ताकि अनावश्यक कार्यवाही से बचा जा सके। वैसे मामला बेहद गंभीर है जिसे जिला प्रसाशन द्वारा फोरी तौर पर संज्ञान मे लिया जाना चाहिये।
ठन्डे बस्ते मे बसपा अध्यक्ष का ज्ञापन
रेत कारोबारी कि संदिग्ध कार्यप्रणाली देख बसपा अध्यक्ष ने भी लगभग दो माह पूर्व रेत भण्डारण अंधीयारखोह और मेंहदवानी स्थित भण्डारण के भौतिक सत्यापन कि मांग कि थी, लेकिन महज अँधियारखोह भण्डारण का आधा अधूरा भौतिक सत्यापन किया गया जिससे बसपा अध्यक्ष असंतुष्ट नजर आये। सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा क्यों.? वह भी तब जब ठेकेदार को स्वतः ड्रोन सर्वे कराना था, जो हुआ भी, लेकिन सर्वे रिपोर्ट भी खनिज विभाग के पास आज तलक ना आ पाया।
इनका कहना है
पुलिस के द्वारा ओवरलोडिंग के संदेह पर वाहन क्रमांक एमपी 52जी ए 0817 को पकड़ कर थाने में खड़ा किया गया था डंम्फर में निर्धारित मात्रा से अधिक 10के भी पाया गया जिसमें 2.05के भी रेत अधिक पाया गया।
शशांक शुक्ला
खनिज अधिकारी ड़िंड़ौरी
जो भी गाड़ी में कार्यवाही किया जाता है वो गाड़ी को थाना होने के कारण यहां खड़ा करा दिया जाता है बस मेरा इतना ही कार्य है माइनिंग के द्वारा ओभर ल़ोड़िंग को लेकर कार्यवाही किया जा रहा है ।
कामेश कुमार धूमकेती
थानाप्रभारी समनापुर
रेत खदान ठेकेदार के इशारे पर कार्रवाई की जा रही है जब कि रेत की रायल्टी समेत गाड़ी का पूरा कागजात था रेत मंड़ला जिले से लाया जा रहा है क्योंकि कम रेट पर बढ़िया रेत मिलता है
ड़ोमारी बर्मन
पूर्व ड़िंड़ौरी जिला अध्यक्ष
वाहन चालक संघ
मंडला से आते समय कुछ लोगों के द्वारा मोहनियां केम्प में रोका गया था की आगे आर टी ओ है और मेरे से मोबाइल और गाड़ी की चाबी छीन लिया गया। कुछ देर बाद 100डायल वाहन आ गया और कुछ देर से कम्पनी वाले सहगल एवं रफीक खान आ गये और आगे पीछे होकर थाना में खड़े करा दिए।
- हरिओम धुर्वे
वाहन चालक