जालान कालरॉक कंसोर्टियम का होगा जेट एयरवेज पर मालिकाना हक, NCLT ने दी ट्रांसफर की मंजूरी

नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (National Company Law Tribunal) ने जेट एयरवेज (Jet Airways) के स्वामित्व को बोली लगाने वाले जालान कालरॉक कंसोर्टियम (Jalan Kalrock Consortium) को ट्रांसफर करने की अनुमति दी है। ट्रिब्यूनल की मुंबई बेंच ने शुक्रवार को यह आदेश सुनाया। समाधान योजना की प्रभावी तिथि 16 नवंबर है। नतीजतन, कंसोर्टियम को भुगतान करने के लिए उक्त तिथि से छह महीने का समय मिलेगा।
उधारदाताओं के वकील ने आदेश पर दो हफ्ते की रोक लगाने की मांग थी थी। इसे अस्वीकार कर दिया गया था। अब तक जालान कालरॉक कंसोर्टियम ने ऋणदाताओं के पास 150 करोड़ की बैंक गारंटी जमा की है। अब कंसोर्टियम को प्रभावी तिथि से 180 दिनों के भीतर वित्तीय लेनदारों को 185 करोड़ का नकद भुगतान करना होगा।
1375 करोड़ के नकद निवेश का प्रस्ताव
कंसोर्टियम ने 1,375 करोड़ के कुल नकद निवेश का प्रस्ताव दिया था। जिसमें हितधारकों को भुगतान के लिए 475 करोड़ शामिल थे। शेष 900 करोड़ पूंजीगत व्यय और कार्यशील पूंजी के लिए इस्तेमाल किए जाने थे। 380 करोड़ पर उधारदाताओं ने अनुमोदित योजना के तहत 7,807.7 करोड़ से अधिक के अपने स्वीकृत दावों पर भारी कटौती की है। ट्रिब्यूनल ने 22 जून 2021 को अपने आदेश में जालान कालरॉक द्वारा प्रस्तुत समाधान योजना को आवश्यक अनुमोदन के अधीन मंजूदी दी थी