शासकीय स्नातक महाविद्यालय शहपुरा के छात्रों ने किया शैक्षणिक भ्रमण


डिंडौरी /शहपुरा:- इतिहास विभाग एवं अर्थशास्त्र विभाग के तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों द्वारा कुकर्रामठ ऐतिहासिक स्थल, जो दसवीं से ग्यारवीं शताब्दी का है का भ्रमण किया गया। इस मंदिर के बारे में विस्तृत जानकारी इतिहास विभाग से डॉ स्मिता के द्वारा दी गई, जिससे विद्यार्थियों को भौतिक रूप से अध्ययन करने का अवसर प्राप्त हुआ। इसमें इतिहास विभाग के 21 विद्यार्थियों ने भाग लिया। अर्थशास्त्र विभाग के विद्यार्थियों ने सरवाही गांव, जो हथकरघा हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है का भ्रमण किया । हथकरघा कुटीर उद्योग जिसकी मांग पुरी दुनिया में है और इसे कैसे बढ़ावा दिया जाए इस विषय में विस्तृत जानकारी प्रोफेसर कविता धुर्वे के द्वारा दी गई। इसमें अर्थशास्त्र विभाग के 19 विद्यार्थियों ने भाग लिया। साथ ही पाटनगढ़ का भी भ्रमण किया गया जो गोंडी चित्रकला के लिए प्रसिद्ध है। इस शैक्षणिक भ्रमण में भूगोल विभाग से डॉ एल. पी. अहिरवार भी शामिल रहे।इतिहास विभाग एवं अर्थशास्त्र विभाग के तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों द्वारा कुकर्रामठ ऐतिहासिक स्थल, जो दसवीं से ग्यारवीं शताब्दी का है का भ्रमण किया गया। इस मंदिर के बारे में विस्तृत जानकारी इतिहास विभाग से डॉ स्मिता के द्वारा दी गई, जिससे विद्यार्थियों को भौतिक रूप से अध्ययन करने का अवसर प्राप्त हुआ। इसमें इतिहास विभाग के 21 विद्यार्थियों ने भाग लिया। अर्थशास्त्र विभाग के विद्यार्थियों ने सरवाही गांव, जो हथकरघा हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है का भ्रमण किया । हथकरघा कुटीर उद्योग जिसकी मांग पुरी दुनिया में है और इसे कैसे बढ़ावा दिया जाए इस विषय में विस्तृत जानकारी प्रोफेसर कविता धुर्वे के द्वारा दी गई। इसमें अर्थशास्त्र विभाग के 19 विद्यार्थियों ने भाग लिया। साथ ही पाटनगढ़ का भी भ्रमण किया गया जो गोंडी चित्रकला के लिए प्रसिद्ध है। इस शैक्षणिक भ्रमण में भूगोल विभाग से डॉ एल. पी. अहिरवार भी शामिल रहे।