मुख्य महिला पोषण आहार योजना की राशि दिलाए जाने भारिया समाज की महिलाओं ने कलेक्टर से की मांग

वर्ष 2019 तक मुख्य महिला पोषण आहार के रूप में बैगा भरिया एवं शहरिया परिवार को मिलता था ₹1000 की राशि
प्रदेश भर में राज्य सरकार की विभिन्न योजनाएं संचालित है यह अलग बात है कि शासन की किसी योजना का लाभ कुछ जनसमुदाय को मिल पा रहा है तो कुछ को नहीं जिन जिन समुदाय को शासन की योजनाओं का लाभ मिल रहा है चाहे जिस भी विधि से मिल रहा हो,वे शांति से घर में ही बैठे रहते हैं पर कुछ समुदाय ऐसे भी है जिन्हें शासन के द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है पर वह अपने हक के लिए आवाज नहीं उठा पा रहे हैं वहीं अगर कुछ जनसमुदाय आवाज उठाने का प्रयास भी कर रहे हैं तो उनको सुनने वाले या उनकी पीड़ा समझने वाले कोई नजर नहीं आ रहे है ऐसा ही मामला बजाग जनपद के ग्राम बिझौरी एवं कुकड़ा टोला का सामने आया है जब कुकड़ा टोला एवं बिझौरी की भरिया समाज की महिलाएं जिला मुख्यालय आकर कलेक्टर से बैगा भरिया एवं सहरिया परिवार की मुख्य महिलाओं के खाते में मुख्य महिला पोषण आहार के रूप में ₹1000 की राशि दिए जाने की मांग की भरिया समाज की महिलाओं के द्वारा कलेक्टर को दिए गए मांग पत्र में दर्शाया गया है कि वे डिंडोरी जिले के भरिया समाज के परिवार की मुख्य महिलाएं है जिन्हें कुछ वर्ष पूर्व शासन की ओर से बैगा भरिया एवं सहरिया जनजाति की महिलाओं को कुपोषण अनुदान के रूप में ₹1000 प्रति माह दिया जा रहा था परंतु इस योजना का लाभ हम तक पहुंच पाना लगभग 2 वर्षों से बंद हो चुका है उनका कहना है कि इस योजना की राशि उनको वर्ष 2019 तक प्राप्त हुआ है इसके बाद से उनके खाते में इस योजना अंतर्गत डाली जाने वाली राशि बंद कर दी गई है जिससे उनके परिवार पोषण में असुविधा हो रही है भरिया समाज की महिलाओं ने शासन एवं प्रशासन से बैगा भरिया एवं सहरिया जनजाति परिवार की मुखिया को महिला पोषण आहार की राशि दिलाए जाने की मांग की है
