
जनपद पंचायत शहपुरा अंतर्गत ग्राम पंचायत कंचनपुर का मामला
डिंडौरी (संतोष सिंह राठौर)-: जिला प्रशासन के निर्देशन में जिले में हो रहे विभिन्न पूर्ण एवं अपूर्ण निर्माण कार्यों के निरीक्षण एवं जांच के लिए विभिन्न अधिकारी गणों को नियुक्त किया गया है। जिसमें अमित उईके अनु विभागीय अधिकारी जल संसाधन संभाग डिंडौरी को निरीक्षण हेतु जिम्मेदारी सौंपी थी। जिस तारतम्य में विगत शनिवार को अमित उईके एवं उनके सहयोगी अधिकारी द्वारा कंचनपुर ग्राम पंचायत पहुंचकर निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उनके द्वारा बताया गया कि कार्य अभी अपूर्ण है और जिस भूमि पर तालाब बना हुआ है उसमें शमशान घाट डूबा हुआ स्पष्ट दिखाई दे रहा है। तालाब की प्राक्कलन राशि कितनी है इस संदर्भ में उन्हें मालूम नहीं। लेकिन वह जिस कार्य के लिए आए थे उन्होंने निरीक्षण के दौरान विभिन्न फोटोग्राफ और तालाब के निर्माण कार्यों का बारीकी से मुआयना किया है। जिसमें बहुत सी खामियां नजर आई। ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत कंचनपुर के सरपंच सचिव एवं उपयंत्री की लापरवाही से तालाब निर्माण कार्य में व्यापक भ्रष्टाचार किया गया। जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर डिंडौरी के समक्ष एवं जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डिंडौरी से की थी जिसमें जांच उपरांत उक्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक एवं उपयंत्री के ऊपर प्रथम दृष्टया दोष सिद्ध होने पर रिकवरी राशि जारी की गई। जिसके संदर्भ में ग्राम पंचायत कंचनपुर के सरपंच, सचिव द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में अपील दायर की गई थी अपील में माननीय उच्च न्यायालय के दिशा निर्देशानुसार इन्हें 50% राशि जमा करने 3 सप्ताह की मोहलत दी गई थी।जो दिनांक 22 तारीख को समाप्त होने जा रही है। ग्राम पंचायत कंचनपुर के सरपंच सचिव के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार को जिला पंचायत अधिकारी द्वारा दोष सिद्ध करार किया जा चुका है। अब देखना होगा जिला प्रशासन द्वारा तालाब में किए गए भ्रष्टाचार के भौतिक सत्यापन एवं निरीक्षण उपराँत क्या ठोस कार्रवाई की जाती है? ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से निवेदन किया है कि ऐसे सरपंच ,सचिव के ऊपर कड़ी कार्रवाई करते हुए इन्हें तत्काल पद से मुक्त किया जाए।


इनका कहना है
मुझे जिला प्रशासन से भौतिक सत्यापन वास्ते निरीक्षण हेतु दिशा निर्देश दिया गया है। मैं तथ्यों एवं फोटोग्राफ के साक्ष्य एवं साइड निरीक्षण के आधार पर अपना अभिमत जिला अधिकारी को प्रस्तुत कर दूंगा शेष कार्रवाई जिला प्रशासन को करनी है।
अमित उईके,अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन संभाग डिंडौरी